About: A National Park Called Corbett

About: A National Park Called Corbett

कॉर्बेट नामक एक राष्ट्रीय उद्यान

कॉर्बेट ने भारत में स्थापित होने वाले पहले राष्ट्रीय उद्यान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह पार्क 1936 में अस्तित्व में आया और तब इसे संयुक्त प्रांत के तत्कालीन गवर्नर लॉर्ड मैल्कम हैली के नाम पर हैली नेशनल पार्क कहा जाता था।

1952 में इसका नाम बदलकर ‘रामगंगा राष्ट्रीय उद्यान’ कर दिया गया लेकिन यह नाम अधिक समय तक नहीं रहा। 1957 में जिम कॉर्बेट के सम्मान में इसे “कॉर्बेट नेशनल पार्क” घोषित किया गया था।

कॉर्बेट नेशनल पार्क एक अग्रणी पार्क है जिसका लक्ष्य जंगल का संरक्षण करना है, बिल्कुल उस व्यक्ति की तरह जिसके नाम पर यह है।

(English to Hindi Translation by Google Translate)

Jim Corbett – An Introduction

Jim Corbett - An Introduction

जिम कॉर्बेट – एक परिचय

एडवर्ड जेम्स कॉर्बेट, जिन्हें दुनिया जिम कॉर्बेट के नाम से जानती है, का जन्म 25 जुलाई 1875 को नैनीताल में हुआ था। वह क्रिस्टोफर और मैरी जेन कॉर्बेट की आठवीं संतान थे। जिम नैनीताल में पले-बढ़े और यहीं उन्होंने अपनी शिक्षा प्राप्त की, जबकि सर्दियाँ कालाढूंगी में बिताईं। चूंकि ये दोनों स्थान प्रचुर मात्रा में जंगल से संपन्न थे, इसलिए जिम जंगल के प्रति गहरा प्रेम रखने वाला एक अद्भुत प्रकृतिवादी बन गया।

अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी करने के बाद जिम ने रेलवे और फिर सेना में सेवा की। अंततः वह नैनीताल और कालाढूंगी लौट आए, यह वह समय था जो उनके लेखन पर हावी रहा। जिम एक महान शिकारी, प्रकृतिवादी और लेखक होने के साथ-साथ सर्वोपरि एक सरल और उदार व्यक्ति थे।

जिम ने कभी शादी नहीं की और अपना अधिकांश जीवन मैगी के साथ बिताया। आज़ादी के बाद जिम और उनकी बहन मैगी ने 1947 में केन्या प्रवास करने का फैसला किया। जिम की अधिकांश किताबें केन्या में रहते हुए प्रकाशित हुईं और यहीं 1955 में उनकी मृत्यु हो गई।

जिम कॉर्बेट आज वन्य जीवन और प्रकृति संरक्षण के प्रतीक पर्याय बन गये हैं।

(English to Hindi Translation by Google Translate)