भाई माली सिंह
भाई माली सिंह जी ने बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की सेना में शामिल होने के लिए सरहिंद की फौजदारी छोड़ दी, वह भाई आली सिंह के भाई थे। उन्होंने सिख संघर्ष में बाबा बंदा सिंह बहादुर जी के साथ हाथ मिलाने के लिए सरहिंद राज्य की अपनी नौकरी भी छोड़ दी। उन्हें एक सैन्य टुकड़ी के कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया था। 9 जून 1716 को उन्होंने भी अनेक यातनाएँ सहते हुए बाबा बंदा सिंह बहादुर जी के साथ शहादत को गले लगा लिया।
(English to Hindi Translation by Google Translate)
(About: Bhai Maali Singh – This photo was taken at Fateh Burj situated at Chappar Chiri, Sector 91, Ajitgarh (Mohali) in Punjab)